31 मिनट पहले
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कभी उग्रवाद से प्रभावित रहा असम के मोइनागुड़ी गांव ने आज बुनकरों के गांव के रूप में पहचान बना ली है। यह गांव असम के कोकराझार जिले के गोसाईगांव से लगभग 40 किलोमीटर दूर भारत-भूटान सीमा के करीब स्थित है। 66 परिवारों के इस गांव में राभा जनजाति के लोग रहते हैं। कुछ वक्त पहले तक उग्रवाद की वजह से गांव के लोग गरीबी और अभाव में जीने को…