ज्योतिषशास्त्र के अनुसार शरीर के अलग-अलग अंगों के फड़कने का अलग-अलग अर्थ होता है। माना जाता है कि शरीर के कुछ अंगों का फड़कना शुभ माना जाता है तो कुछ अंगों का फड़कना अशुभ घटनाओं का संकेत देते हैं। तुलसीदास जी ने रामचरित मानस में अंगों के फड़कने के बारे में विस्तार से बताया है। समुद्रशास्त्र के अनुसार हमारा शरीर बहुत संवेदनशील और शक्तिशाली होता…