कभी सेंवइयां हाथ में लेकर देखी हैं, छूते ही टूट जाती हैं ये. शायद टूटकर दिखाना चाहती हैं, बताना चाहती हैं अपने अंदर के बसे मजबूत पैगाम को. बनारस की ये नाजुक सी सेंवइयां गंगा-जमुनी तहजीब का मजबूत रिश्ता गूंथती हैं.
ईद की सेंवइयां मुस्लिमों के लिए हिंदू भाई बनाते हैं….