
भारत एक चुनावधर्मी देश है. यहां हर वक्त किसी न किसी चुनाव का न सुनाई देने वाला बिगुल बजता रहता है. कभी लोकसभा, कभी विधानसभा और अब तो एमसीडी और पंचायत चुनावों का भी बिगुल बजता है. फिलहाल राष्ट्रपति चुनाव का बिगुल बजने लगा है. राष्ट्रपति चुनाव में जनता की भले सीधी…