सभी इस बात से सहमत होंगे कि महानता असंदिग्ध होती है. कोई अगर-मगर की गुंजाइश नहीं रखती. महानता यानि एब्सॉल्यूट, परफेक्ट. पर अकबर की महानता परफेक्ट नहीं थी. इतिहास तथ्यों से बनता है, पूर्वाग्रहों से नहीं.
फिर भी अकबर का नाम आते ही लोग महाराणा प्रताप की बहस शुरू कर देते हैं….