
पोथी पढ़ि पढ़ि जग मुआ, पंडित भया न कोय…
ढाई आखर प्रेम का, पढ़े सो पंडित होय॥
यह संत कबीर की भूमि है. कहते हैं जब उन्हाेंने शरीर त्यागा तो हिंदु मुसलमान आपस में लड़ पड़े थे. हिंदू उनको अपना कहते और अंतिम संस्कार करना चाहते, वहीं मुसलमान इस फकीर को मुस्लिम मानकर दफनाना…