जब बहू बनती हैं, तब सास अच्छी नहीं मिलती,
जब सास बनती हैं, तब बहू अच्छी नहीं मिलती…
जब सास बनती हैं, तब बहू अच्छी नहीं मिलती…
जब देवरानी बनती हैं, तब जेठानी अच्छी नहीं मिलती,
और जब जेठानी बनती हैं, तब देवरानी अच्छी नहीं मिलती…
जब भाभी बनती हैं, तब ननद अच्छी नहीं मिलती,
और जब ननद बनती हैं, तो भाभी अच्छी नहीं मिलती…
अंत में यदि सभी अच्छी मिल भी जाएं,
तो कामवाली बाई अच्छी नहीं मिलती…
अब आखिर…