Azadi ke Matwalo ki Kahani: देश आजादी के उत्सव की तैयारी कर रहा है. वीर शरीदों को याद करने का दिन आ रहा है. क्या खूब कहा है- “शहीदों की चिताओं पर लगेंगे हर बरस मेले, वतन पर मरने वालों का यही बाकी निशां होगा.” वतन पर मर-मिटने वाले बहुत से लोगों को तो सभी जानते हैं, लेकिन सैकड़ों-हजारों लोग ऐसे भी हैं जो खामोशी से तिरंगा शरीर पर लपेटे हुए या तो अंग्रेजों की गोलियों के…