स्वप्ना ने जब अपनी मुश्किलें रत्ना को बताईं तो रत्ना ने कहा कि वह एक अध्यात्मिक केंद्र और बाबा को जानती थी, जो उसकी मदद कर सकते थे. स्वप्ना ने उस केंद्र को ज्वाइन किया और कुछ ही दिनों में वह बाबा की भक्त हो गई. तब उसे केंद्र की एक स्कीम के बारे में पता चला जिसमें भक्तों की लगाई रकम सौ गुनी हो सकती थी. तब, उसे यह नहीं…