महेंद्र प्रसाद 1980 से 84 के बीच लोकसभा और फिर 1985 से अभी तक 33 साल से राज्यसभा के सदस्य हैं. बिजनेस के साथ ही राजनीतिक हवा का रुख पहचानने की उनमें अदभुत क्षमता है. इसीलिए जब उन्हें लगता है कि वर्तमान पार्टी उन्हें संसद नहीं भेजेगी, तुरंत वे दूसरी पार्टी का रुख कर लेते हैं.