एक जमाने की बात है. बहुत माहिर सितार वादक थे, लेकिन शास्त्रीय संगीत को छोड़कर मुंबई में फिल्मों के लिए बजाते थे. इस बात से उनके पिता ख़फा-ख़फा से रहते थे कि बेटा घराने की शास्त्रीय विरासत को भूलकर छोड़कर फिल्मों की तरफ चला गया. उस बेटे का एक बेटा हुआ. वो बेटा तीन साल…