चाणक्य एक शिक्षक, दार्शनिक, अर्थशास्त्री और राजनेता थे जिन्होंने भारतीय राजनीतिक ग्रंथ ‘अर्थशास्त्र’ (राजनीति और अर्थशास्त्र का विज्ञान) लिखा था. अपनी किताब में उन्होंने बताया है कि कुछ लोग बहुत मेहनत करने के बावजूद जीवन में सफल क्यों नहीं हो पाते.