नई दिल्ली: अपने यहां मकान (Home) बनवाना या खरीदना जिंदगी का बड़ा काम माना जाता है। यदि 1980 और 1990 के दशक की बात की जाए तो उस समय अधिकतर लोग पूरी नौकरी किराये के मकान (Rented House) या सरकारी क्वार्टर (Government Quarter) में जीवन बिताते थे। रिटायरमेंट के बाद जब एकमुश्त बड़ी रकम मिलती थी, तो उसी से अपना मकान बनवाते थे। अब यह सब फलसफा बदल गया है। नवीनतम रूझान तो यह आया है कि अब 22-23…