10 घंटे पहलेलेखक: शैली आचार्य
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कहते हैं कि हमारा वर्तमान हमारे अतीत की परछाईं भर होता है। साथ ही यही भविष्य की दिशा-दशा निर्धारित करता है। इस फलसफे के मुताबिक देखें तो हम आज क्या हैं और आगे क्या होंगे, इसका बीज कहीं-न-कहीं हमारे अतीत की घटनाओं में ही छिपा होता है।
लेकिन क्या हो अगर अतीत की यादें कड़वी हों। ऐसी याद जो सताने लगे, वर्तमान और…