हजारीबाग. झारखंड की पहचान यहां के जंगल, हरियाली और वातावरण से होती है. जंगल ही यहां के ग्रामीण क्षेत्र में आय का प्रमुख साधन हैं. यहां के जंगलों में सखुआ के पेड़ बहुतायत में मिलते हैं. झारखंड का राजकीय वृक्ष साल है, जिसे सखुआ के नाम से भी जाना जाता है. सखुआ का पेड़ झारखंड की संस्कृति का एक हिस्सा है. साथ ही इसकी कई उपयोगिता भी है.
झारखंड के आदिवासी…