भारत जैसे देश में रहना जो दुनिया की आबादी का पांचवां हिस्सा है, कोई भी देश में स्वास्थ्य और पोषण की स्थिति के बारे में चिंता करने में मदद नहीं कर सकता। नीरजा हजेला लिखती हैं, पोषण से ओतल के आंकड़ों के मुताबिक भारत में पिछले कुछ वर्षों के दौरान आर्थिक वृद्धि के बावजूद भारत की 14 प्रतिशत आबादी कुपोषित है। वही इस चिंताजनक समस्या को जल्दी ठीक नहीं…