अगर किसी व्यक्ति को सार्स कोवि-2 का संक्रमण हो जाता है और लेबोरेटरी टेस्ट में यह साबित हो जाता है तो उसे न केवल प्रीकॉशन डोज बल्कि कोरोना वैक्सीनेशन प्रोग्राम की पहली और दूसरी डोज भी रिकवर होने के 3 महीने बाद लगाई जाएगी.
अगर किसी व्यक्ति को सार्स कोवि-2 का संक्रमण हो जाता है और लेबोरेटरी टेस्ट में यह साबित हो जाता है तो उसे न केवल प्रीकॉशन डोज बल्कि कोरोना वैक्सीनेशन प्रोग्राम की पहली और दूसरी डोज भी रिकवर होने के 3 महीने बाद लगाई जाएगी.
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