भारत के विकास में टाटा समूह के योगदान को कोई भूल नहीं सकता है। जब भी देश को जरूरत पड़ी है, तो टाटा समूह हर कदम पर भारत के साथ खड़ा रहा। एक ऐसा ही वक्त उस दौरान आया था, जब देश में अंग्रेजों का शासन चल रहा था। उस समय मौर्य वंश का इतिहास और उसकी राजधानी पाटिलपुत्र को खोजा जा रहा था। जब अंग्रेजों ने उस समय हाथ खड़े कर दिए, तो टाटा समूह के संस्थापक…