कंकणाकृति की स्थिति क्या होती है?
कंकणाकृति की स्थिति तब बनती है जब सूर्य और चंद्रमा पृथ्वी के बिलकुल अवस्था में होते हैं। इस दिन शनि जयंती और वट सावित्री अमावस्या भी है इसलिए यह दान-पुण्य के लिए विशेष अनुग्रह वाला दिन माना जा रहा है।यह ग्रहण भारतीय समय के अनुसार दोपहर 1 बजकर 42 मिनट से प्रारंभ होकर सायं 6 बजकर 41 मिनट तक रहेगा। ग्रहण की कुल…