हे हनुमान, सुन तेरे समान मेरा उपकारी देवता, मनुष्य अथवा मुनि कोई भी
शरीरधारी नहीं है। मैं तेरा प्रत्युत्तर तो क्याद करूं, मेरा मन भी तेरे
सामने नहीं हो सकता।
ये कथन स्वयं भगवान राम के हैं। अपना सर्वस्व
राम के चरणों में अर्पण कर देने वाले हनुमान को जब…