पर्यावरण-प्रकृति पर प्रभाव
शनि अस्त होने का सर्वाधिक प्रभाव प्रकृति और पर्यावरण पर होता है क्योंकिशनि सबसे शीत ग्रह है। यह बर्फीला ग्रह है। शनि अस्त होने से मौसम में बड़े बदलाव देखने को मिलते हैं। साथ ही यह संक्रामक रोगों का कारक ग्रह भी होता है। शनि अस्त होने से शीत में बढ़ोतरी होगी। 35 दिन के अस्तकाल में अर्थात् 10 फरवरी तक उत्तर-पश्चिम…