पितृपक्ष चल रहे हैं और इन दिनों के बीच में महालक्ष्मी व्रत करने का विधान है. जी दरअसल यह व्रत राधा अष्टमी से आरम्भ हो जाता है और पितृपक्ष की अष्टमी तक जारी रहता है. कहा जाता है पितृपक्ष की अष्टमी पर इस व्रत का समापन हो जाता है. इसी व्रत को गजलक्ष्मी व्रत के नाम से जाना जाता है. आप सभी को बता दें कि इस बार गजलक्ष्मी व्रत 10 सितंबर को है. वहीं कहा जाता…