1965 के अप्रैल महीने की बात है. देश की एक बहुत जानी मानी नृत्यांगना का 21वां जन्मदिन था. ये नृत्यांगना देश के एक बेहद प्रतिष्ठित परिवार से थीं. उनके दादा जी मंगलदास पकवासा राज्यपाल थे. श्री पकवासा कलाप्रेमी थे. लिहाजा उनके घर पर एक से बढ़कर एक कलाकारों का आना जाना…