धरिपोर्ट-विक्रम कुमार झा
पूर्णिया. होली के जितने रंग उतने ही उसे मनाने के तरीके. कहते हैं बिहार के पूर्णिया शहर से होली उत्सव की शुरुआत हुई थी. मान्यताओं के मुताबिक यहीं भगवान विष्णु वामन अवतार में प्रकट हुए थे और होलिका का वध किया था. आज भी कुछ स्थानों को उस कहानी में वर्णित स्थानों के अवशेष माना जाता है. यहां की होली को राजकीय महोत्सव का दर्जा…