बाड़मेर. बाड़मेर में सामाजिक जागरूकता का एक बेहतरीन उदाहरण देखने को मिला है. शिक्षा के साथ समाज में बढ़ती जागरूकता के कारण यह संभव हो पाया है. समय के साथ सोच बदलने से सामाजिक कुरूतियों से लोग दूरी बना रहे हैं. इसमें मृत्युभोज भी एक है. हिन्दू धर्म के मान्यता अनुसार किसी की मृत्यु होने पर अंतिम संस्कार के लगभग 12 दिनों के बाद ब्राह्मण और अन्य…