
उन्हें इंटरव्यू देना पसंद नहीं था. रियाज में खलल पड़ता था. उन्हें रागों से छेड़छाड़ पसंद नहीं थी. शुद्धता की वे हमेशा से हिमायती थीं. भले ही तमाम प्रयोग किए. उन्हें संगीत में खलल पसंद नहीं था. कॉन्सर्ट के बीच अगर कोई व्यवधान होता था तो उनसे बर्दाश्त नहीं होता था.
उन्होंने…