
80 के दशक में टेप-रिकॉर्डर ने भारतीय मध्यम-वर्ग में अपनी अच्छी खासी पैठ बना ली थी. मुझे याद है लोगों में रेडियो से ज्यादा इसके लिए दिलचस्पी पैदा हो गयी थी. इसी के साथ गुलाम अली की आवाज से हर गली और नुक्कड़ का रिश्ता बंध गया था.
उस समय जगजीत से ज्यादा मशहूर थे गुलाम अली. जाहिर…