आजादी के बाद मध्यवर्गीय और शहरी जीवन के अंतर्द्वंद्वों को केंद्र में रखकर कहानियां लिखे जाने की परंपरा की शुरुआत हुई. इसे हिंदी साहित्य के इतिहास में ‘नई कहानी’ आंदोलन के नाम से जाना जाता है. मोहन राकेश नई कहानी दौर के प्रमुख कहानीकार माने जाते हैं. नई कहानी…