कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने कहा है कि बच्चों को ब्रिटिश काल से चली आ रही शिक्षा की बजाय भारतीय संस्कृति और साहित्य की शिक्षा भी देनी चाहिए.
रविवार को जेएलएफ में चर्चा करते हुए थरूर ने कहा कि बच्चों को रामायण और महाभारत जैसे ग्रन्थ पढ़ाए जाने चाहिए. साथ ही उन्होंने कहा कि जब भारत के पास कालीदास मौजूद हैं तो शेक्सपीयर को फॉलो क्यों किया जाए.
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