दिवाली, रोशनी का त्योहार, खुशी, सौहार्द और पारंपरिक रीति-रिवाजों का समय है। जब आप इस शुभ अवसर पर दोस्तों या परिवार से मिलने की तैयारी कर रहे हैं, तो आपके मन में एक सवाल घूम सकता है: क्या आपको उनके घर में प्रवेश करते समय अपने जूते उतारने चाहिए? आइए इस सांस्कृतिक बारीकियों में गहराई से उतरें और इस सदियों पुरानी प्रथा के पीछे के शोध का पता लगाएं।