सोनू– यार तेरे घर से रोज हंसने की आवाज आती है
सोनू– यार, इस खुशहाल जिंदगी का राज क्या है?
मोनू– वो क्या है ना कि मेरी बीवी रोज मुझे जूतों से मारती है,
लग जाए तो वो हंसती है और ना लगे तो मैं हंसता हूं।
बस ऐसे ही हंसी-खुशी जिंदगी गुजर रही है
सोनू अभी तक बेहोश है…
सुरेश, जैसलमेर