पत्नी– एक बात बताऊँ, आप नाराज तो नहीं होंगे?
पति– नहीं, बताओ।
पत्नी (डरते हुए)- ‘मेरी वो हीरे वाली अंगूठी गुम हो गई है जो आपने मुझे दी थी।
पति– एक शर्त पर माफ कर सकता हूं।
पत्नी– कौन सी शर्त पर?
पति– आगे से तुम मेरी जेब में हाथ नहीं डालोगी। तुम्हारी अंगूठी मेरी जेब में मिली है।
पति– नहीं, बताओ।
पति– एक शर्त पर माफ कर सकता हूं।
पत्नी– कौन सी शर्त पर?
पति– आगे से तुम मेरी जेब में हाथ नहीं डालोगी। तुम्हारी अंगूठी मेरी जेब में मिली है।
ममाता, अकबरपुर