डॉक्टर: तुम रोज सुबह क्लिनिक के बाहर खड़े होकर औरतों को क्यों घूरते हो?
बंटी: आपने ही तो लिखा है, ‘औरतों को देखने का समय सुबह 9 से 11 बजे तक।’
राजीव, भोपाल
बंटी: आपने ही तो लिखा है, ‘औरतों को देखने का समय सुबह 9 से 11 बजे तक।’
राजीव, भोपाल
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