चंडीगढ़: मुख़्तार अंसारी, एक ऐसा नाम जो दशकों तक उत्तर प्रदेश में खौफ का पर्याय रहा। अपने काले कारनामों को छिपाने के लिए उसने सफ़ेद खादी का सहारा लिया और सियासी संरक्षण भी हासिल कर लिया। वैसे तो मुख़्तार अंसारी ने बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के टिकट पर अपने सियासी करियर की शुरुआत की थी, लेकिन समुदाय विशेष का होने के कारण मुख़्तार पर समाजवादी पार्टी…