कोरोना से प्रभावित लोगोंं से बैंक किस तरह से वसूली कर रहे हैं, इसका अंदाजा इसी बात से मिलता है कि वे रिस्ट्रक्चरिंग फी (Restructuring Fee) के रूप में ग्राहकों से 1,000 रुपये से 10,000 रुपये तक की वसूली हो रही है। यही नहीं, रिस्ट्रक्चरिंग करवाने के बाद उनके लोन पर इंटरेस्ट रेट (Interest Rate) भी बढ़ा दिया जा रहा है।
हर चीज की कीमत
संकट के समय में लोगों को सुविधा हो, इसके लिए…