भगवान श्रीकृष्ण जी को विष मिश्रित दूध का सेवन करवाने वाली पूतना का वध भी बाल गोपाल कन्हैया ने इसी दिन किया था। इसलिए ब्रज में आज भी कई स्थानों पर होलिकोत्सव में पूतना का पुतला जलाने का विधान है।
यूं तो हमारी भारतीय संस्कृति में वैदिक परम्परानुसार वर्ष भर में अनेकों त्योहारों के मनाए जाने का प्रावाधन है जिनका आधार कोई न कोई पौराणिक कथा एवं…