ज्योतिषाचार्य डा. अनीष व्यास ने बताया कि इनके अलावा 5 अनसूझे मुहूर्त भी हैं। इसमें विवाह करना शुभ एवं कल्याणकारी रहेगा। प्रत्येक वर्ष में कुल पांच स्वयं सिद्ध मुहूर्त होते हैं। इनमें फुलेरा दौज, देवउठनी एकादशी, वसंत पंचमी, विजया दशमी और अक्षय तृतीया शामिल हैं।
मलमास के चलते 14 जनवरी तक मांगलिक कार्यों पर विराम लगा हुआ है। अब मांगलिक कार्य 15…