कड़वाहट और मनभेद के दौर में आज प्रेम सबसे बड़ी ज़रुरत है. सामान्य से मनभेद अब हिंसा के रूप में बाहर आता है. मेरी पसंद और तेरी पसंद अब अगर एक न हुई तो तू मुझसे दूर ही रहना नहीं तो परिणाम अच्छे न होंगे. गुस्सा, द्वेष, नाराज़गी अब रूठने तक सीमित नहीं है बल्कि वो अब एक ऐसे रंग में सामने आ रही है जिसे हम खून का रंग कहते हैं. ऐसे माहौल में ये बात ज़रूरी है कि…