तिलक जंञू राखा प्रभ ताका॥ कीनो बडो कलू महि साका॥
साधन हेति इती जिनि करी॥ सीसु दीया परु सी न उचरी॥
धरम हेत साका जिनि कीआ॥ सीसु दीआ परु सिररु न दीआ॥ (दशम ग्रंथ)
भारत को संतों की भूमि कहा जाता है, इस पुण्यभूमि पर ऐसे-ऐसे महान संत और गुरु हुए हैं, जिनके विचार आज भी करोड़ों लोगों को प्रेरित करते रहते हैं। वहीं कई ऐसी महान हस्तियां भी…